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About Us


भारत देश का धर्म सनातन धर्म है। सनातन जिसका तात्पर्य है, शाश्वत और सत्य अर्थात हमेशा बना रहने वाला। सनातन, जिसका न आदि है न अंत। सनातन सेवादार, पारस परिवार हमेशा “सनातन धर्म” के सिद्धांतों का पालन करते हुए त्याग, बलिदान, विश्व हितों की रक्षा करने के लिए सदैव तत्पर रहता है। साथ ही साथ ये सामाजिक सद्भाव और कल्याण के कार्यों में भी हमेशा अपनी सहभागिता दिखाते रहे हैं। सनातन सेवादार, हमारे इस संगठन से हजारों हाथ दिन-प्रतिदिन जुड़ते जा रहे हैं, जो कि सामाजिक कार्यों में साथ मिलकर सकारात्मक बदलाव को बढ़ावा देकर समाज को सशक्त बनाने का प्रयास करते हैं। हमारा मकसद समाज सेवा से जुड़े किसी भी नेक कार्य या सेवा में अपना अमूल्य योगदान देना है। सनातन सेवादार, विश्व में सनातन धर्म का प्रचार-प्रसार कर समाज के हित और राष्ट्रहित में कार्य करता है।

सनातन सेवादार विश्व में सनातन धर्म के प्रचार प्रसार के साथ-साथ सामाजिक कार्य जैसे वंचित और जरूरतमंद लोगों के कल्याण में योगदान देते हैं। महंत श्री पारस भाई जी का मानना है कि, "उनकी हल्की सी मुस्कुराहट के पीछे उनकी आराध्य आदिशक्ति माँ जगदंबा की ही खुशी छिपी है।"

सनातन सेवादार का एक ही लक्ष्य है नशामुक्त समाज, जरूरतमंदों और निराश्रितों को भोजन, आश्रय और शिक्षा के लिए सहायता प्रदान करना। इसके अलावा देश का विकास और उन्नति किस तरह से हो इसका भी सनातन सेवादार पूरा ध्यान रखते हैं। पारस परिवार के सनातन सेवादार का बस एक ही ध्येय है संपूर्ण जगत का कल्याण। सनातन सेवादार के मुख्य कार्य जैसे सनातन धर्म के प्रचार प्रसार के साथ भारतीय संस्कृति की पहचान को बढ़ावा देना है। इसके अलावा गरीब बच्चों की शिक्षा की व्यवस्था करना, जात पात और आडम्बर से ऊपर उठकर लोगों को सही राह दिखाना और नशा उन्मूलन में योगदान देना आदि।

पारस परिवार के मुखिया और डेरा नसीब दा के महंत श्री पारस भाई जी एक समाजसेवक होने के साथ-साथ ज्योतिष जगत का जानामाना चेहरा, एक आध्यात्मिक लीडर, एक असाधारण वक्ता और मोटिवेटर हैं। उन्होंने समाज के कल्याण, असहाय लोगों की ख़ुशी और समृद्ध जीवन के लिए खुद को पूरी तरह समर्पित किया है। वह कहते हैं कि अब समय है कि सनातन धर्म की रक्षा के लिए सभी लोगों को अपने वर्णविशेष को त्याग कर हिंदू राष्ट्र की रक्षा हेतु एक होकर आगे बढ़ना होगा, जिससे सिर्फ एक परिवार, धर्म और समाज ही नहीं बल्कि राष्ट्र भी सशक्त, मजबूत और समृद्ध हो सके।

“सनातन धर्म का अखंड दीप अब जल चुका है”

JAI SANATAN JAI BHARAT, JAI SIYARAM JAI JAI HANUMAN



We follow Krishna's example to show unconditional love to the poor and oppressed. We are Hindu and serve every Hindu.

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