वर्णव्यवस्था को दरकिनार करते हुए मानवता के लिए कार्य करना
सनातन सेवादार वर्णव्यवस्था को दरकिनार करते हुए मानवता के लिए कार्य करते हैं। पारस परिवार के सनातन सेवादार समाज में समानता, न्याय और सहानुभूति को प्रोत्साहित करते हैं और सभी व्यक्तियों के संपूर्ण विकास को समर्थन देते हैं।
पारस परिवार के मुखिया और प्रसिद्ध ज्योतिष महंत श्री पारस भाई जी का मानना है कि वर्णव्यवस्था को दरकिनार करते हुए मानवता के लिए कार्य करना सामाजिक और सांस्कृतिक समरसता को बढ़ावा देता है। मानवता के लिए कार्य करना यानि समानता, न्याय, और समरसता की दिशा में प्रयास करना है।
सनातन सेवादार मानवता के लिए कार्य करते हैं जिससे समाज में सभी को समान अधिकार और अवसर मिले। उनके ऐसा करने से जो लोगों में सहयोग की भावना आती है। उनका मकसद समाज में गरीबी, असमानता, और भेदभाव को खत्म करना है। और सभी व्यक्तियों के विकास और समृद्धि को समर्थन किया जाता है। वर्णव्यवस्था को दरकिनार करते हुए मानवता के लिए कार्य करना महत्वपूर्ण है क्योंकि ऐसा करने से समाज में समानता, न्याय का समर्थन होता है। यह सामाजिक विकास को प्रोत्साहित करता है और समाज में समानता, न्याय, को स्थापित करने की दिशा में प्रयास करता है।