वृक्षारोपण कर प्रकृति को सुरक्षित रखने में योगदान देना
ये तो हम सब जानते हैं कि वन हमारे पर्यावरण को स्वस्थ रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। वृक्ष हमारे लिए कई प्रकार से लाभदायक होते हैं। जीवों द्वारा छोड़े गए कार्बन डाइ-ऑक्साइड को ये जीवनदायिनी ऑक्सीजन में बदल देते हैं। इसलिए वृक्षारोपण करना हमारे काम का एक महत्वपूर्ण और सराहनीय हिस्सा होना चाहिए। इस बात को सनातन सेवादार अच्छी तरह से समझते हैं इसलिए वो समय-समय पर वृक्षारोपण कर प्रकृति को सुरक्षित रखने में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं। क्योंकि औद्योगिक प्रगति एवं वनों के उन्मूलन के कारण पर्यावरण प्रदूषित हो गया है।
इसके लिए वृक्षारोपण कर हम प्रकृति को संरक्षित रख सकते हैं। जिससे वातावरण में सुधार होता है और जीवन को समर्थन मिलता है। समय-समय पर वृक्षारोपण करना वातावरण की सुरक्षा और संरक्षण में महत्वपूर्ण योगदान है, क्योंकि यह प्राकृतिक संतुलन को बनाए रखता है और जलवायु परिवर्तन के प्रभावों का सामना करने में मदद करता है।
वृक्षारोपण से हम प्रदूषण को कम करते हैं, वायु में ऑक्सीजन उत्पादन बढ़ता है। सनातन सेवादार द्वारा समय-समय पर वृक्षारोपण करना अपने आपमें एक बहुत बड़ा कार्य है। वृक्षारोपण से हम प्रकृति को और अपने आसपास के परिसर को स्वस्थ और समृद्ध बनाए रख सकते हैं।
सनातन सेवादार द्वारा जो वृक्षारोपण किया जाता है उससे से न केवल हम नए वृक्षों को उत्पन्न करते हैं, बल्कि वहाँ जीवन को जीने के लिए नया आवास भी प्रदान किया जाता है। इससे पर्यावरण का संरक्षण और धरोहर की रक्षा में मदद मिलती है। वृक्षारोपण पर्यावरण को संतुलित कर मानव के अस्तित्व की रक्षा करने के लिए आवश्यक है।
सनातन सेवादार कहते हैं कि वर्तमान में मानव जीवन पर पर्यावरण प्रदूषण सबसे बड़ा संकट बनकर आया है। इसलिए वो आने वाली पीढ़ी के लिए पर्यावरण को अनुकूल बनाने के लिए अन्य लोगों को भी अपने आसपास एक वृक्ष लगाने के लिए प्रेरित करते हैं। क्योंकि वृक्ष प्रकृति की अनुपम देन हैं और मानव और पर्यावरण एक दूसरे के पूरक हैं।